‘लोगों’ को इतिहास की जरूरत होती है
काश मेरे पास 1980 के दशक में संघरक्षित (भंते) के साथ पद्मलोक के उनके अध्ययन कक्ष में उनके निजी फोटो संग्रह को खंगालने के दौरान की पहली बार की तस्वीर होती. ऐसी तस्वीर में टार्टन ऊनी कालीन पर फैली तस्वीरों, निगेटिव और ट्रांसपेरेंसी का एक बड़ा ढेर दिखाई देता, कुछ ढीले, कुछ उभरे हुए मैनिला लिफाफे या पुराने एल्बम या पारदर्शी आस्तीन में, और एक तरफ भंते एक के बाद एक तस्वीरें छान रहे होते, एक के बाद एक तस्वीरें मुझे दे रहे होते, हाथ में नोटपैड लिए, कोई भी जानकारी लिख रहे होते जो अंतिम अभिलेखीय प्रक्रिया में मदद कर सकी होती. कम से कम, उस अवसर की मेरी यही याद है - लेकिन फोटोग्राफिक रिकॉर्ड की कमी का मतलब है कि यह घटना धीरे-धीरे फीकी पड़ रही है.
उस समय तक क्लियर विजन ट्रस्ट अच्छी तरह से स्थापित हो चुका था, जिसने कई वीडियो वृत्तचित्र, साक्षात्कार और व्याख्यान तैयार किए थे. अब भंते यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि उनके बचपन से लेकर अब तक की सैकड़ों तस्वीरें सुरक्षित रूप से संरक्षित और उचित रूप से संग्रहित की गई हैं, इसलिए उन्होंने क्लियर विजन की ओर रुख किया था. इसके बाद के वर्षों में, मैं कभी-कभी भंते से मिलता था. कभी-कभी उनकी मेज़ पर तस्वीरों का एक छोटा सा ढेर रखा होता था, मुझे दिखाकर देने के लिए. अक्सर वे उनकी यात्रा की तस्वीरें होती थीं और शायद उनका अभिलेखीय महत्व कम होता था, लेकिन उन्हें तस्वीरें लेना अच्छा लगता था और वे किसी पल या दृश्य को कैद करने के अपने प्रयासों की कलात्मक खूबियों या कमियों को तत्परता से बता देते थे. कभी-कभी तस्वीरें अतीत की मूल्यवान खोज होती, उस अवसर पर काले और सफेद रंग में अमर कर दिए गए पात्रों को वे याद करते थे.
एक बार, जब मैं मध्यमलोक में भंते के साथ बैठा था, कई तस्वीरों पर बात कर रहा था, तो उन्होंने बताया कि यह संग्रह संघ और आंदोलन के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है. उन्होंने कहा कि हम 'लोग' हैं और 'लोगों' को 'इतिहास' की आवश्यकता होती है. एक दर्ज इतिहास पहचान और एकता प्रदान करता है.
क्लियर विज़न इमेज आर्काइव भंतेजी के व्यक्तिगत संग्रह बाहर तेज़ी से विस्तारित हुआ. ऑर्डर ऑफ़िस ने FWBO इमेज का अपना पूरा संग्रह हमें दे दिया, जिनमें से कई में भंते की तस्वीरें हैं. मुझे धार्दो रिम्पोचे के ब्लैक एंड व्हाइट निगेटिव का अपना संग्रह और त्रिरत्न केंद्रों और व्यक्तिगत ऑर्डर सदस्यों से कई फ़ोटोग्राफ़िक संग्रह भी मिले. संग्रह में अब 10,000 से ज़्यादा इमेज हैं, चाहे निगेटिव हों, ट्रांसपेरेंसी हों या प्रिंट. उन्हें मैनचेस्टर बौद्ध केंद्र की तीसरी मंजिल पर क्लियर विज़न ट्रस्ट ऑफ़िस में बक्सों में संग्रहित किया जाता है.
पिछले कई सालों से, फंडिंग की कमी के बावजूद, क्लियर विज़न ने इमेज को संग्रहीत करने, संरक्षित करने, कैटलॉग करने, डेटाबेस बनाने, स्कैन करने, पुनरुत्पादित करने और उपलब्ध कराने के प्रयास किए हैं. साझा की गई जानकारी प्रकाशनों, शोध और व्यक्तिगत अभ्यास में अमूल्य संसाधन साबित हुई है - लेकिन काम अभी भी अधूरा है.
अब उड्डियान बचाव के लिए आगे आया है. इस बहुमूल्य विरासत परियोजना के अगले चरण को पूरा करने के लिए आवश्यक निधि प्रदान करने के लिए क्लियर विजन के साथ उसने भागीदारी की है.
अगले एक या दो साल में हम हर एक छवि को स्कैन, रिपेयर, कैटलॉग और डेटाबेस करेंगे. हर डिजिटाइज्ड छवि का बैकअप दो अलग-अलग हार्ड ड्राइव पर लिया जाएगा और क्लाउड पर अपलोड किया जाएगा. मूल भौतिक प्रतियों और हार्ड ड्राइव के एक सेट को अधिष्ठान में ले जाया जाएगा. एक नयी ऑनलाइन त्रिरत्न पिक्चर लाइब्रेरी बनायी जा रही है, जहाँ भंते की छवियों के यथासंभव पूरे संग्रह सहित हजारों छवियां क्यूरेटेड एल्बम में उपलब्ध कराई जाएंगी. हम संघरक्षित लाइब्रेरी में अधिष्ठान में प्रत्यक्ष छवि देखने की एक सुविधा बनाने की भी योजना बना रहे हैं.
यह फोटोग्राफ संग्रह और चित्र पुस्तकालय संघरक्षितजी की विरासत का एक अविश्वसनीय रूप से समृद्ध और मूल्यवान हिस्सा है, जो उनकी अपनी और त्रिरत्न की कहानी को जीवंत करता है. हालाँकि अभिलेखीय कार्य को थकाऊ और अंतहीन प्रतीत होने वाला अनुभव किया जा सकता है, लेकिन जैसेही संघरक्षितजी और लामा गोविंदा की 1950 के दशक की एक पुरानी रंगीन तस्वीर अप्रत्याशित रूप से अचानक सामने आ जाती है, जो धिरज से अपने जीर्णोध्दार की प्रतीक्षा कर रही हो; या सिंगापुर डॉक्स पर संघरक्षितजी की तस्वीर पर एक हस्तलिखित नोट जिसमें लिखा है, 'माँ के लिए, प्यार से'‘To mother with love’; या त्रिरत्न संघ के वरिष्ठ सदस्यों की युवा और तरोताज़ा चेहरे वाली श्वेत-श्याम तस्वीरें, अचानक सामने आ जाती है, तो अपनी प्रेरणा लौट आती है. और इस विशेष परियोजना के लिए संघरक्षितजी के उत्साह की याद आ जाती है.
Dharmachari Mokshapriya