चित्र संग्रहालय और  छायाचित्र पुरातनसंग्रह

हमने एक नया ऑनलाइन त्रिरत्न चित्र संग्रहालय और छायाचित्र  पुरातनसंग्रह बनाया है

चित्र संग्रह तब स्थापित किया गया था जब संघरक्षितजी ने क्लियर विज़न ट्रस्ट को अपने पूरे छायाचित्र संग्रह की देखभाल करने के लिए कहा था. जब त्रिरत्न संघ कार्यालय ने त्रिरत्न (एफडब्ल्यूबीओ) छायाचित्र के अपने पूरे संग्रह को दे दिया तब इसका तेजी से विस्तार हुआ. इन चित्रों में संघरक्षितजी के कई फोटोग्राफ शामिल थे. इसके बाद जल्द ही आदरणीय धार्दो रिम्पोचे का स्वयं का काले और सफेद निगेटिव संग्रह, त्रिरत्न केंद्रों और संघ सदस्यों के कई व्यक्तिगत फोटो संग्रह प्राप्त हुए. 

संग्रह में अब 10,000 से अधिक छवियां हैं, उनमें निगेटिव, पारदर्शि और प्रिंट मौजुद है.  इन वर्षों में, धन की कमी के बावजूद, क्लियर विज़न ने उन छवियों को संग्रहीत, संरक्षित, कैटलॉग, डेटाबेस, स्कैन, पुनरुत्पादन और उपलब्ध कराने के प्रयास किए. अब तक साझा किए गए प्रकाशन, अनुसंधान और व्यक्तिगत अभ्यास में एक अमूल्य संसाधन साबित हुए हैं, लेकिन काम अभी पूरा नहीं हुआ है.

उर्ग्येन संघरक्षित ट्रस्ट, फ्यूचर धर्मा फंड के साथ वित्तीय भागीदारी करते हुए राहत देने अब आ गया है.  हम इस अनमोल विरासत परियोजना के अगले चरण को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं.

प्रत्येक छवि को स्कैन, मरम्मत, सूचीबद्ध किया जा रहा है और डिजिटल डेटाबेस में दर्ज किया जा रहा है. हमारी ऑनलाइन त्रिरत्न पिक्चर लाइब्रेरी अब हजारों छवियों के साथ उपलब्ध है, जिसमें भंते की छवियों का यथासंभव संपूर्ण संग्रह भी शामिल है. हम अधिष्ठान में संघरक्षित पुस्तकालय में एक ऑफ-लाइन चित्र प्रदर्शनी की सुविधा बनाने की भी योजना बना रहे हैं.

यह फोटोग्राफ संग्रह और चित्र पुस्तकालय संघरक्षितजी की विरासत का एक अविश्वसनीय रूप से समृद्ध और मूल्यवान हिस्सा है, जो उनकी अपनी और त्रिरत्न की कहानी को जीवंत करता है. हालाँकि अभिलेखीय कार्य को थकाऊ और अंतहीन प्रतीत होने वाला अनुभव किया जा सकता है. लेकिन, जैसेही संघरक्षितजी और लामा गोविंदा की 1950 के दशक की एक पुरानी रंगीन तस्वीर, जो धिरज से अपने जीर्णोध्दार  की प्रतीक्षा कर रही है, अप्रत्याशित रूप से अचानक सामने आ जाती है, या सिंगापुर डॉक्स पर संघरक्षितजी की तस्वीर पर एक हस्तलिखित नोट जिसमें लिखा है, 'माँ के लिए, प्यार से'‘To mother with love’; या त्रिरत्न संघ के वरिष्ठ सदस्यों की युवा और तरोताज़ा चेहरे वाली श्वेत-श्याम तस्वीरें, अचानक सामने आ जाती है, तो अपनी प्रेरणा लौट आती है. और इस विशेष परियोजना के लिए संघरक्षितजी के उत्साह की याद आ जाती है.

हमारे भागिदारों को धन्यवाद